डर पर भारी पड़ी वसई-विरार में छोटे दुकानदारों, दैनिक मजदूरों को कोरोना का डर नहीं
जहां मध्यम और उच्च वर्ग में कोरोना वायरस फैलने और उसके प्रभाव में आने का एक डर बना हुआ है, वहीं छोटे दुकानदारों, दैनिक मजदूरों को अपनी रोजी-रोटी की चिंता सता रही हैवे सावधानी जरूर वरत रहे हैं, लेकिन खुद को घरों में कैद नहीं कर रहे और रोजनदारी की तलाश में निकल जाते हैंपालघर जिले में भी ऐसे लोगों में कोरोना का कोई खौफ नहीं दिखा। अगर कोई डर दिख भी रहा है तो कई लोगों को काम न मिलने का, तो कई में काम मंदा होने का। वसई-विरार में फेरीवालों, रिक्शा चालकों व कंपनियों में काम करने वाले मजदूरों पर इसका कोई खास असर नहीं दिख रहा है। हालांकि प्रशासन की ओर से बचाव व रोकथाम के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैंइसमें सामाजिक संस्थाएं व एनजीओ भी प्रशासन का साथ दे रहे हैं। सार्वजनिक जगहों पर लगने वाली भीड़ में थोड़ी कमी आई है। वसई-विरार में स्कूल, कॉलेजमॉल, होटल व ढाबे, बार, बाजार बंद कराए गए हैं। वसई-विरार मनपा की ओर से कोरोना वायरस के लिए जगहजगह जांच केंद्र शुरू करने के साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। पालघर पुलिस को ओर से भी लोगों को सतर्क व जागरूक रहने की अपील की जा रही है।