शिवसेना को बीएमसी में घेरने के लिए भाजपा काफी समय से रणनीति बना रही है। भाजपा जल्द ही बीएमसी में नेता विपक्ष पद पर दावा करेगी। साथ ही नया गुट नेता भी नियुक्त करेगी। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच शुक्रवार को बीएमसी में पार्टी की भूमिका को लेकर लंबी बैठक हुई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील, मुंबई अध्यक्ष मंगल प्रताप लोढ़ा और विधायक आशीष शेलार शामिल हुए। इसमें तय हुआ कि पार्टी को बिना समय गंवाए जल्द ही बीएमसी में नेता विपक्ष के लिए दावा करना चाहिए। साथ ही यह बात भी निकलकर सामने आई कि नेता विपक्ष और गट नेता की जिम्मेदारी एक ही व्यक्ति के बजाय अलग-अलग लोगों को सौंपी जाए। इससे शिवसेना को घेरने में आसानी होगीशिवसेना को घेरने में आसानी होगीभाजपा सूत्रों के मुताबिक, नेता विपक्ष एवं गुट नेता के भाजपा सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष एवं गुट नेता के लिए कई नामों पर चर्चा चल रही है इसमें अभिजीत सावंत, कमलेश यादव सहित नगरसेविक शिरवडकर एवं ज्योति अलवणी भी शामिल हैं। पहले नेता विपक्ष के लिए प्रभाकर शिंदे के भी नाम की चर्चा थी, लेकिन देवनार मामले में उनके ढुलमुल रवैए के कारण भाजपा नेता उनसे नाराज हैं। नेताओं का मानना है कि स्थायी समिति में जब देवनार पॉवर प्रोजेक्ट के लिए ठेका दूसरे नंबर के ठेकेदार को पास हो रहा था, उस समय शिंदे ने मजबूती से अपनी भूमिका नहीं निभाई। स्थायी समिति में जब चर्चा चल रही थी, उस दौरान वह उठ कर बाहर चले गए और शिवसेना ने उसी समय प्रस्ताव पास करा लिया। भाजपा इसे शिंदे का भाजपा इसे शिंदे का फेलुअर मान रही है। इसीलिए वह दौड़ से । लगभग बाहर हो गए हैं।
शिवसेना को घेरने के लिए भाजपा का दाहरा दाव!